उन्होंने सीखा है जन्मना बस नापना / काटना फाड़ना / टुकड़ों में बाँटना आदिम प्रवृत्ति / आदिम कबीले उनकी फितरत / शोहरत / राजनीतिक वृत्ति हाँका हाँकना झींगा लाला हो हडिंबा हो जंगल नहीं रहे लकड़ी का अकाल तो टोटा कहाँ मनुष्यों का
हिंदी समय में जसबीर चावला की रचनाएँ